रणवीर शौरी बोले- मुझे बदनाम करने की कोशिश हुई, देश तक छोड़ना पड़ा |

बॉलीवुड में जब भी नेपोटिज्म की डिबेट शुरू होती है, सबसे ऊपर नाम आता है कंगना रनौत का जिन्होंने हर मौके पर ना सिर्फ कई दिग्गज कलाकारों को आईना दिखाया है बल्कि खुद अपने संघर्ष के दिनों को याद किया है. लेकिन अकेले उनके साथ ऐसा हुआ है, ये सही नहीं है. बॉलीवुड के और भी ऐसे कई कलाकार हैं जिन्होंने इस इंडस्ट्री में खुद को अकेला पाया है.

रणवीर शौरी हुए नेपोटिज्म का शिकार?


ऐसे ही एक एक्टर हैं रणवीर शौरी जो सोशल मीडिया पर खासा सक्रिय हो गए हैं. इंडस्ट्री से जुड़ी कड़वी सच्चाई बताने से लेकर अनुराग कश्यप से तू-तू मैं-मैं तक, रणवीर शौरी बीते कुछ दिनों से काफी खुलकर बोल रहे हैं. अब रणवीर शौरी ने सोशल मीडिया पर कुछ चौंकाने वाली बातें बताई हैं. उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया है. रणवीर ने बताया है कि कैसे एक वक्त उन्हें भी बॉलीवुड में अकेला छोड़ दिया गया था, कैसे उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई थी.

संघर्ष के दिन किए याद


इसी सिलसिले में रणवीर ट्वीट करते हुए लिखते हैं- मैं किसी का भी नाम नहीं ले सकता क्योंकि मेरे पास कोई सबूत नहीं है. लेकिन मैं इन मुद्दों पर इसलिए बोलता हूं क्योंकि मेरे साथ भी ये सब हुआ है, अकेला छोड़ देना, गलत बोलना, मीडिया में झूठी खबरें फैलाना. मैं 2003-05 तक काफी परेशान रहा हूं. मेरे साथ ये सब उन्हीं लोगों ने किया है जिनके नाम आज भी सामने आ रहे हैं. मैं सिर्फ इसलिए बचा रहा क्योंकि मेरे साथ परिवार और दोस्त थे. मुझे तो देश तक छोड़ना पड़ गया था क्योंकि मेरे खिलाफ इतना खराब माहौल बनाया गया. अब ये इत्तेफाक था- नहीं, जानबूझकर किया गया- हां. मैं सिर्फ 33 साल का था तब.

अब रणवीर शौरी ने ये सफाई तब पेश की जब एक यूजर ने उनसे उन लोगों के नाम जानने चाहे जिन्होंने उनके साथ ये सब किया था. यूजर ने कंगना का उदाहण देते हुए रणवीर से भी उन लोगों को शर्मिंदा करने की बात कही. लेकिन रणवीर ने नाम लेने से तो इनकार कर दिया, पर अपने दिल की भड़ास जरूर निकाल ली.

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