आज (18/09/2020) का पंचांग और राशिफल |

दिनांक (18/09/2020), कुंडली के आधार पर जानें आज का दिन कैसा रहेगा?


ज्योतिष शास्त्र की 12 राशियाँ: (मेष (मेष), वृषभ (वृषभ), मिथुन (मिथुन), कर्क (कर्क), सिंह (सिंह), कन्या (कन्या), तुला (तुला), वृश्चिक (वृश्चिक), धनु (धनु) ), मकर (मकर), कुंभ (कुंभ) और मीन (मीन))।

आज का पंचांग और राशिफल


आज का पञ्चाङ्ग.

दिनाँक -: 18/09/2020,शुक्रवार
प्रतिपदा, शुक्ल पक्ष
अधिक आश्विन
“”””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ——–प्रतिपदा 12:50:11 तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ——–उ०फा० 06:58:55
नक्षत्र ————हस्त 28:05:53
योग ————शुक्ल 19:41:12
करण ————-बव 12:50:11
करण ———-बालव 22:59:25
वार ————————-शुक्रवार
माह —————-अधिक आश्विन
चन्द्र राशि ——————-कन्या
सूर्य राशि ——————–कन्या
रितु —————————शरद
आयन —————– दक्षिणायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2076
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————–06:07:02
सूर्यास्त —————–18:18:56
दिन काल ————–12:11:53
रात्री काल ————-11:48:33
चंद्रोदय —————–06:45:52
चंद्रास्त —————–19:18:04

लग्न —-कन्या 1°25′ , 151°25′

सूर्य नक्षत्र ———उत्तराफाल्गुनी
चन्द्र नक्षत्र ———उत्तराफाल्गुनी
नक्षत्र पाया ——————रजत

🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩

पी —-उत्तराफाल्गुनी 06:58:55

पू —-हस्त 12:15:38

ष —-हस्त 17:32:15

ण —-हस्त 22:48:56

ठ —-हस्त 28:05:53

💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

सूर्य=सिंह 01°52 ‘ उ o फा o , 2 टो
चन्द्र = कन्या 09°23 ‘उo फा o ‘ 4 पी
बुध = कन्या 09°57 ‘ चित्रा ‘ 1 पे
शुक्र= कर्क 18°55, आश्लेषा ‘ 1 डी
मंगल=मेष 03°30’ अश्विनी ‘ 2 चे
गुरु=धनु 23°22 ‘ पू oषा o , 3 फा
शनि=मकर 01°43’ उ oषा o ‘ 2 भो
राहू=मिथुन 00°10 ‘ मृगशिरा , 3 का
केतु=धनु 00 ° 10 ‘ मूल , 1 ये

🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩

राहू काल 10:42 – 12:13 अशुभ
यम घंटा 15:16 – 16:47 अशुभ
गुली काल 07:39 – 09:10 अशुभ
अभिजित 11:49 -12:37 शुभ
दूर मुहूर्त 08:33 – 09:22 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:37 – 13:26 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
चर 06:07 – 07:39 शुभ
लाभ 07:39 – 09:10 शुभ
अमृत 09:10 – 10:42 शुभ
काल 10:42 – 12:13 अशुभ
शुभ 12:13 – 13:44 शुभ
रोग 13:44 – 15:16 अशुभ
उद्वेग 15:16 – 16:47 अशुभ
चर 16:47 – 18:19 शुभ

🚩चोघडिया, रात
रोग 18:19 – 19:48 अशुभ
काल 19:48 – 21:16 अशुभ
लाभ 21:16 – 22:45 शुभ
उद्वेग 22:45 – 24:13* अशुभ
शुभ 24:13* – 25:42* शुभ
अमृत 25:42* – 27:10* शुभ
चर 27:10* – 28:39* शुभ
रोग 28:39* – 30:07* अशुभ

💮होरा, दिन
शुक्र 06:07 – 07:08
बुध 07:08 – 08:09
चन्द्र 08:09 – 09:10
शनि 09:10 – 10:11
बृहस्पति 10:11 – 11:12
मंगल 11:12 – 12:13
सूर्य 12:13 – 13:14
शुक्र 13:14 – 14:15
बुध 14:15 – 15:16
चन्द्र 15:16 – 16:17
शनि 16:17 – 17:18
बृहस्पति 17:18 – 18:19

🚩होरा, रात
मंगल 18:19 – 19:18
सूर्य 19:18 – 20:17
शुक्र 20:17 – 21:16
बुध 21:16 – 22:15
चन्द्र 22:15 – 23:14
शनि 23:14 – 24:13
बृहस्पति 24:13* – 25:12
मंगल 25:12* – 26:11
सूर्य 26:11* – 27:10
शुक्र 27:10* – 28:09
बुध 28:09* – 29:08
चन्द्र 29:08* – 30:07

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

1 + 6 + 1 = 8 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

💮 शिव वास एवं फल -:

1 + 1 + 5 = 7 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

🚩भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮

  • पुरुषोत्तम मास प्रारम्भ (अधिक मास)

  • सर्वार्थ एव अमृत सिध्दि योग अहोरात्र

💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮

राजपत्नी गुरोः पत्नी मित्र पत्नी तथैव च ।
पत्नी माता स्वमाता च पञ्चैता मातरः स्मृता ।।
।।चा o नी o।।

धर्मं की रक्षा पैसे से होती है.
ज्ञान की रक्षा जमकर आजमाने से होती है.
राजा से रक्षा उसकी बात मानने से होती है.
घर की रक्षा एक दक्ष गृहिणी से होती है.

🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩

गीता -: अक्षरब्रह्मयोग अo-08

प्रयाण काले मनसाचलेन भक्त्या युक्तो योगबलेन चैव ।,
भ्रुवोर्मध्ये प्राणमावेश्य सम्यक्‌- स तं परं पुरुषमुपैति दिव्यम्‌ ।,

वह भक्ति युक्त पुरुष अन्तकाल में भी योगबल से भृकुटी के मध्य में प्राण को अच्छी प्रकार स्थापित करके, फिर निश्चल मन से स्मरण करता हुआ उस दिव्य रूप परम पुरुष परमात्मा को ही प्राप्त होता है॥,10॥,

💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
भूमि व भवन संबंधी सभी रुके कार्यों में गति आएगी। पार्टनरों से सहयोग प्राप्त होगा। प्रतिद्वंद्वी मैदान छोड़ेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। उन्नति होगी।

🐂वृष
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। विवाद से बचें। समय सुखमय व्यतीत होगा। आय में वृद्धि होगी। अपेक्षाकृत सभी कार्य समय पर पूरे होंगे। प्रमाद न करें।

👫मिथुन
लेखन-पठन-पाठन आदि के काम उत्साह व लगन से कर पाएंगे। पार्टी व पिकनिक आदि की योजना बनेगी। मनोरंजन का अवसर प्राप्त होगा। नौकरी में कोई नया कार्य कर पाएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। जल्दबाजी न करें। समय की अनुकूलता का लाभ लें।

🦀कर्क
नौकरी में उच्चाधिकारियों की अपेक्षा बढ़ेगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। आय में निश्चितता रहेगी। कोई बुरी खबर प्राप्त हो सकती है, धैर्य रखें। मेहनत अधिक होगी। समय पर काम न होने से खिन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

🐅सिंह
रुका हुआ पैसा मिलने के योग हैं। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शत्रु सक्रिय रहेंगे। किसी से कहासुनी हो सकती है। परिवार की चिंता रहेगी। प्रमाद न करें।

🙍‍♀️कन्या
किसी धर्मस्थल के दर्शन इत्यादि का कार्यक्रम बन सकता है। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। विवाद को टालें। कारोबार से लाभ होगा।

⚖️तुला
आत्मसम्मान बना रहेगा। व्यय होगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। भूले-बिसरे संबंधी साथी मिलेंगे। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी।

🦂वृश्चिक
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। शत्रु पस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि हो सकती है। कार्य करते समय लापरवाही न करें।

🏹धनु
फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। दुष्टजनों से सावधानी आवश्यक है। किसी बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। किसी के उकसाने में आकर या भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। लेन-देन में जल्दबाजी से बचें। पुराना रोग उभर सकता है।

🐊मकर
भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। यात्रा से लाभ होगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। आलस्य न कर भरपूर प्रयास करें। भाग्य का साथ बना है। समय का लाभ लें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। किसी बड़े काम को करने की प्रबल इच्छा होगी। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।

🍯कुंभ
नए काम मिलने के योग हैं। कोई नया उपक्रम प्रारंभ करने की योजना बनेगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। नौकरी में चैन रहेगा। कारोबार अच्‍छा चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

🐟मीन
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। स्वास्‍थ्य को नजरअंदाज न करें। जल्दबाजी से बचें। कठिन कार्य सहज ही सफल होंगे। चिंता रहेगी। पहले की गई मेहनत का फल मिलेगा। मित्रों व रिश्तेदारों का सहयोग करने का अवसर प्राप्त होगा।

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