नेता महेश्वर हजारी ने रिया को बताया जहरीली विषकन्या, महाराष्ट्र सरकार से की CBI जाँच की अपील।

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या मामले में पटना में दर्ज एक FIR के बाद बिहार पुलिस की टीम मुंबई पहुंची है। दूसरी तरफ बिहार में इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजियों का दौर तेज हो गया है। पहले राज्य के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने मुंबई पुलिस पर बिहार पुलिस का सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया।

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खबरों की माने तो अब बिहार सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता महेश्वर हजारी ने रिया चक्रवर्ती पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘विषकन्या’ करार दिया है। हजारी ने कहा कि “सुशांत की ‘हत्या’ के पीछे एक ‘बड़े गैंग’ का हाथ है”।

नेता महेश्वर हजारी ने कहा की “सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के पीछे एक बड़ा गिरोह है। इससे पहले भी काम के लिए मुंबई गए प्रतिभाशाली लोगों को मार दिया गया था। इस गिरोह ने रिया चक्रवर्ती का इस्तेमाल किया। रिया ने सुशांत को प्रेम में फंसाया और उसके पैसे ट्रांसफर करवा लिए। बाद में उसने भूत-प्रेत का नाटक शुरू कर किया और एक ‘विषकन्या’ की भूमिका निभाई। रिया ने सुशांत के प्रतिभा को नुकसान पहुंचाया और प्यार को भी बदनाम कर दिया”।

नेता महेश्वर हजारी ने आगे कहा कि “बिहार सरकार चाहती है कि सुशांत की मौत के पीछे काम करने वाले गिरोह के हर सदस्य का नाम सामने आए। सुशांत के परिवार और उनके फैंस को न्याय मिलना चाहिए। मैं CBI जांच के लिए भी निवेदन करता हूं। बिहार सरकार पटना में दर्ज FIR में भी जांच सुनिश्चित करेगी और आरोपी को गिरफ्तार करेगी”।

इससे पहले बिहार के डिप्टी सीएम और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि “मुंबई पुलिस सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की बिहार पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच में रुकावट डाल रही है। बीजेपी को लगता है कि इस मामले की जांच अब सीबीआई को सौंपी जाए”।

सुशील मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘मुंबई पुलिस सुशांत की मौत मामले में बिहार पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच करने  के रास्ते में रुकावट डाल रही है। बिहार पुलिस अपना सर्वश्रेष्ठ कर रही है लेकिन मुंबई पुलिस से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।

सुशील मोदी ने ट्वीट किया” उद्धव ठाकरे कांग्रेस-संपोषित बालीवुड माफिया के दबाव में हैं, इसलिए सुशांत मामले में जिम्मेदार सभी तत्वों को बचाने पर तुले हैं। कांग्रेस बिहार की जनता को क्या मुँह दिखायेगी”?

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वही केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने भी इस मामले को CBI को सौंपने की वकालत की है।
नेता रामविलास पासवान ने कहा कि “दो राज्यों के बीच टकराव की स्थिति है, लेकिन अभी तक महाराष्ट्र में कोई FIR दर्ज नहीं किया गया है”। रामविलास पासवान ने कहा कि “चिराग पासवान ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस मामले में CBI जांच की मांग को लेकर बातचीत भी की थी। सभी राजनीतिक दल सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इस केस को अब सीबीआई को सौंप देना चाहिए”।

सुशांत आत्महत्या मामले में अब मामले की जांच CBI को सौंपने की लगातार मांग उठ रही है। पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले की जांच CBI को सौंपने से बार-बार इनकार किया है।
गृह मंत्री अनिल देशमुख का कहना है कि “मुंबई पुलिस इस मामले की जांच के लिए सक्षम है और सीबीआई को केस सौंपने की जरूरत नहीं है”।

सुशांत आत्महत्या मामले की जांच CBI से कराने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जयंत पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि “मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस साक्ष्यों के आधार पर जांच करती है। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही जांच पूरा होगा और हम किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे”।

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