नवजोत सिंह सिद्धू को हुई जेल, ६५ वर्षीय बुजुर्ग की घुटने से मारकर की थी हत्या। २४ साल बाद पर्दाफास।

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक ओर उन पर पार्टी में कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है, तो दूसरी ओर गुरुवार को उनको सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा, जहां उन्हें 33 साल पुराने रोड रेज केस में एक साल सश्रम यानी कठोर कारावास की सजा सुनाई गई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी मिलते ही पंजाब पुलिस सिद्धू को अपनी कस्टडी में ले लेगी।

27 दिसंबर 1988 को क्या हुआ था

जानकारी के मुताबिक ये घटना 27 दिसंबर 1988 के शाम की है। उस दौरान सिद्धू क्रिकेटर हुआ करते थे और वो अपने दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट में गए थे। वहां पर पार्किंग में उनकी एक 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से कहासुनी हो गई। इस दौरान सिद्धू ने उन्हें घुटने से मारकर गिरा दिया। आनन-फानन में उनको अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद पंजाब पुलिस ने सिद्धू और उनके दोस्त के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया। 1999 में सेशन कोर्ट ने सिद्धू को राहत देते हुए केस खारिज कर दिया। इसके बाद मामला हाईकोर्ट पहुंचा, वहां 2006 में फैसला आया। जिसमें सिद्धू और उनके दोस्त को 3-3 साल की सजा सुनाई गई। इसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी। साथ ही 2018 में उन्हें सेक्शन 323 के तहत दोषी माना, लेकिन गैर इरादतन हत्या वाला आरोप हटा दिया गया। इस वजह से सिद्धू जुर्माना देखकर छूट गए थे।

 

फिर से सुप्रीम कोर्ट गए पीड़ित के परिजन


इस फैसले के बाद फिर से मृतक के परिजनों ने रिव्यू पिटीशन दाखिल की थी। जिस पर सितंबर 2018 में कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गया। इसके बाद मार्च 2022 में इस केस में फैसला सुरक्षित रखा गया था, जो गुरुवार को सुनाया गया।

Share Now

Related posts

Leave a Comment