आज (17/10/2020) का पंचांग और राशिफल |

दिनांक (17/10/2020), कुंडली के आधार पर जानें आज का दिन कैसा रहेगा?


ज्योतिष शास्त्र की 12 राशियाँ: (मेष (मेष), वृषभ (वृषभ), मिथुन (मिथुन), कर्क (कर्क), सिंह (सिंह), कन्या (कन्या), तुला (तुला), वृश्चिक (वृश्चिक), धनु (धनु) ), मकर (मकर), कुंभ (कुंभ) और मीन (मीन))।

आज का पंचांग और राशिफल


आज का पंचांग

दिनाँक -: 17/10/2020, शनिवार
प्रतिपदा, शुक्ल पक्ष
आश्विन
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाती काल)

तिथि ——–प्रतिपदा 21:08:11 तक
पक्ष —————————शुक्ल
नक्षत्र ———–चित्रा 11:50:50
योग ———विश्कुम्भ 21:23:20
करण ——किन्स्तुघ्न 11:03:34
करण ————-बव 21:08:11
वार ————————-शनिवार
माह ————————-आश्विन
चन्द्र राशि ——————–तुला
सूर्य राशि —-कन्या 07:05:06
सूर्य राशि ——————– तुला
रितु —————————–शरद
आयन ——————दक्षिणायण
संवत्सर ———————-शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक) —-2076
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————–06:21:37
सूर्यास्त —————–17:46:52
दिन काल ————-11:25:15
रात्री काल ————-12:35:20
चंद्रास्त —————-18:28:42
चंद्रोदय —————–30:40:49

लग्न —-कन्या 29°58′ , 179°58′

सूर्य नक्षत्र ——————-चित्रा
चन्द्र नक्षत्र ——————–चित्रा
नक्षत्र पाया ——————–रजत

🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩

रा —-चित्रा 06:37:18

री —-चित्रा 11:50:50

रू —-स्वाति 17:04:44

रे —-स्वाति 22:19:11

रो —–स्वाति 27:34:23

💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

सूर्य=कन्या 29°52 ‘ चित्रा , 2 पो
चन्द्र =तुला 03°23 ‘ चित्रा ‘ 3 रा
बुध = (व)तुला 17°57 ‘ स्वाति ‘ 4 ता
शुक्र= सिंह 22°55,पू oफाo ‘ 3 टी
मंगल=(व)मीन 25°30’ रेवती ‘ 3 च
गुरु=धनु 24°22 ‘ पू oषा o , 4 ढा
शनि=मकर 01°43’ उ oषा o ‘ 2 भो
राहू=(व)वृषभ 28°55 ‘मृगशिरा , 2 वो
केतु=(व)वृश्चिक 28°55 ज्येष्ठा , 4 यू

🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩

राहू काल 09:13 – 10:39 अशुभ
यम घंटा 13:30 – 14:56 अशुभ
गुली काल 06:22 – 07:47 अशुभ
अभिजित 11:41 -12:27 शुभ
दूर मुहूर्त 07:53 – 08:39 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 06:22 – 07:47 अशुभ
शुभ 07:47 – 09:13 शुभ
रोग 09:13 – 10:39 अशुभ
उद्वेग 10:39 – 12:04 अशुभ
चर 12:04 – 13:30 शुभ
लाभ 13:30 – 14:56 शुभ
अमृत 14:56 – 16:21 शुभ
काल 16:21 – 17:47 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 17:47 – 19:21 शुभ
उद्वेग 19:21 – 20:56 अशुभ
शुभ 20:56 – 22:30 शुभ
अमृत 22:30 – 24:05* शुभ
चर 24:05* – 25:39* शुभ
रोग 25:39* – 27:13* अशुभ
काल 27:13* – 28:48* अशुभ
लाभ 28:48* – 30:22* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 06:22 – 07:19
बृहस्पति 07:19 – 08:16
मंगल 08:16 – 09:13
सूर्य 09:13 – 10:10
शुक्र 10:10 – 11:07
बुध 11:07 – 12:04
चन्द्र 12:04 – 13:01
शनि 13:01 – 13:58
बृहस्पति 13:58 – 14:56
मंगल 14:56 – 15:53
सूर्य 15:53 – 16:50
शुक्र 16:50 – 17:47

🚩होरा, रात
बुध 17:47 – 18:50
चन्द्र 18:50 – 19:53
शनि 19:53 – 20:56
बृहस्पति 20:56 – 21:59
मंगल 21:59 – 23:02
सूर्य 23:02 – 24:05
शुक्र 24:05* – 25:07
बुध 25:07* – 26:10
चन्द्र 26:10* – 27:13
शनि 27:13* – 28:16
बृहस्पति 28:16* – 29:19
मंगल 29:19* – 30:22

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

1 + 7 + 1 = 9 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

💮 शिव वास एवं फल -:

1 + 1 + 5 = 7 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

🚩भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮

*शारदीय नवरात्रि प्रारम्भ (घटस्थापना)

  • शैलपुत्री पूजन

*अग्रसेन जयन्ती

💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮

स्वर्गस्थितानामहि जीवलोके
चत्वारि चिह्नानि वसन्ति देहे ।
दानप्रसंगो मधुरा च वाणी
देवार्चनं ब्राह्मणतर्पणं च ।।
।।चा o नी o।।

स्वर्ग में निवास करने वाले देवता लोगो में और धरती पर निवास करने वाले लोगो में कुछ साम्य पाया जाता है.
उनके समान गुण है १. परोपकार २. मीठे वचन ३. भगवान् की आराधना. ४. ब्राह्मणों के जरूरतों की पूर्ति.

🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩

गीता -: ज्ञानविज्ञानयोग अo-07

ये चैव सात्त्विका भावा राजसास्तामसाश्चये ।,
मत्त एवेति तान्विद्धि न त्वहं तेषु ते मयि ॥,

और भी जो सत्त्व गुण से उत्पन्न होने वाले भाव हैं और जो रजो गुण से होने वाले भाव हैं, उन सबको तू ‘मुझसे ही होने वाले हैं’ ऐसा जान, परन्तु वास्तव में (गीता अ. 9 श्लोक 4-5 में देखना चाहिए) उनमें मैं और वे मुझमें नहीं हैं॥,12॥,

💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे।

🐂वृष
मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।

👫मिथुन
शत्रुओं का पराभव होगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

🦀कर्क
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।

🐅सिंह
तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। ध्यान रखें।

🙍‍♀️कन्या
आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।

⚖️तुला
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।

🦂वृश्चिक
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

🏹धनु
रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।

🐊मकर
मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धनार्जन होगा।

🍯कुंभ
पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी।

🐟मीन
लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

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