भारत में भी हो सकते है लेबनान जैसे धमाके, चेन्नई में मौजूद इस विस्फोटक रसायन के बारे में जाने।

लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भीषण धमाके में जिस भयानक रसायन की भूमिका थी, वही रसायन चेन्नई में भी भारी मात्रा में मौजूद है। सूत्रों के मुताबिक चेन्नई में करीब 740 टन अमोनियम नाइट्रेट का 1 कंटेनर फ्रेट स्टेशन में रखा हुआ है। जानकारी के हिसाब से साल 2015 में अमोनियम नाइट्रेट की इस खेप को सलेम की एक कंपनी से जब्त किया गया था, जिसने इसे इम्पोर्ट किया था।

गौरतलब है कि 4 अगस्त की शाम को लेबनान के बेरूत में ऐसा धमाका हुआ जिससे पूरा शहर खंडहर में तब्दील हो गया। ये धमाका बंदरगाह स्थित एक गोडाउन में आग पकड़ने के चलते हुआ। दरअसल यहां साल 2013 से तकरीबन 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट बेहद असुरक्षित तरीके से स्टोर किया गया था। इस विस्फोट में 150 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई। वहीं कई हज़ार लोग घायल हुए थे।

सूत्रों के मुताबिक CFS एक सहायक सीमा शुल्क आयुक्त के एडमिनिस्ट्रेटिव कंट्रोल में हैं। इनके स्टोरेज में सुरक्षा के सभी मानकों को फॉलो किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इसे जल्द ही नष्ट करने के लिए जरूरी कदम उठाया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक इसके एक्सपोर्टर की तरफ से गलत जानकारी दी गयी थी। बताया गया कि ये फर्टिलाइजर ग्रेड का है लेकिन ये विस्फोटक ग्रेड की सामग्री थी। इसीलिए इसे जब्त कर लिया गया था।

दूसरी तरफ तमिलनाडु पुलिस ने इससे जुड़ा एक अलर्ट भी जारी किया जिसमें बताया गया है कि ये अमोनियम नाइट्रेट रसायन 37 कंटेनर में रखा गया है। इसके साथ ही खुफिया अधिकारियों को भी इस संबंध में जल्द से जल्द फैसला लेने के लिए कहा गया। इतना ही नही, सीमा शुल्क बोर्ड ने एन्नोर, कराइकाल और तूतीकोरिन समेत देश के सभी बंदरगाहों साथ ही सभी गोदामों को 48 घंटे के भीतर उनके पास मौजूद विस्फोटकों के भंडार की जानकारी देने के लिए कहा है।

आखिर क्या है अमोनियम नाइट्रेट ?

दरअसल अमोनियम नाइट्रेट एक गंधहीन रासायनिक पदार्थ है जिसका इस्तेमाल अलग अलग कामों में होता है। आमतौर पर इसे दो कामों में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है। पहला, खेती के लिए फर्टिलाइजर और दूसरा कंस्ट्रक्शन के दौरान कराए जाने वाले विस्फोटक के तौर पर। वैसे तो ये विस्फोटक नहीं है लेकिन अनुकूल परिस्थितियों में फ्लेमेबल पदार्थ की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसमे आग लगने पर विस्फोट होता है। जिससे खतरनाक गैसेज़ निकलती हैं जिनमें नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया जैसी गैसेज़ शामिल हैं। क्योंकि ये केमिकल काफी ज्वलनशील होता है, इसलिए इसके स्टोरींग नियम भी काफी सख्त होते हैं। अमोनियम नाइट्रेट का भंडार हमेशा फायरप्रूफ जगह पर करना चाहिए। जहां पर भी अमोनियम नाइट्रेट को स्टोर किया जाए वहां कोई भी नाला, पाइप या गटर नहीं बना होना चाहिए।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर अमोनियम नाइट्रेट को सही तरीके से रखा जाए तो ये दूसरे रसायनों के मुक़ाबले सुरक्षित है। हालांकि अमोनियम नाइट्रेट बड़ी मात्रा में लंबे समय तक स्टोर किया जाता है तो इसमें विघटन की शुरूआत हो जाती है। जिसका परिणाम, भविष्य में विस्फोटक साबित हो जाता है।

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