इस साल के अंत तक विश्व के कोने-कोने में उपलब्ध होगी कोरोना की वैक्सीन, ऑक्सफ़ोर्ड का दावा।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वायरस वैक्सीन के इंसानों पर किए गए ट्रायल के पहले फेज के रिजल्ट सोमवार को प्रकाशित कर दिए गए. एक्सपर्ट्स ने ट्रायल के रिजल्ट को बहुत महत्वपूर्ण कदम बताया है और उम्मीद जाहिर की है कि साल खत्म होने से पहले वैक्सीन लोगों तक पहुंच सकती है.

ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल 23 अप्रैल को शुरू किया गया था. ब्रिटेन के 5 हॉस्पिटल में ट्रायल किए गए. 1077 स्वस्थ ब्रिटिश लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गईं. इनमें से आखिरी व्यक्ति को वैक्सीन की खुराक 21 मई को दी गई. ये ट्रायल अभी जारी है, लेकिन अब तक मौजूद नतीजे जारी कर दिए गए हैं.

वैक्सीन की खुराक दिए जाने के 28 दिन बाद 91 फीसदी लोगों में एंटीबॉडीज मिलीं. ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन की स्टडी के प्रमुख जांचकर्ता प्रो. एन्ड्रू पोलैर्ड ने कहा कि रिजल्ट बेहद उत्साहवर्धक हैं. वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल करने की दिशा में ये एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है.

वहीं, ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैन्कॉक ने वैक्सीन के नतीजों का स्वागत करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस अब ‘बैक फुट’ पर आ गया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि जब तक जांच में वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित नहीं समझी जाती तब तक आम लोगों के लिए मंजूरी नहीं दी जाएगी.

हालांकि, मैट हैन्कॉक ने कहा कि जितनी जल्दी वैक्सीन को लेकर सबकुछ साबित हो जाता है, यह आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी. वहीं, ब्रिटेन के व्यापार मंत्री आलोक शर्मा ने कहा है कि अगर ट्रायल पूरी तरह सफल रहता है तो ब्रिटेन पहला देश होगा जहां आम लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी.

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