एलएसी पर बैकफुट पर चीन, धोखे की आशंका से अलर्ट मोड पर भारतीय सेना

एलएसी पर बैकफुट पर चीन, धोखे की आशंका से अलर्ट मोड पर भारतीय सेना


चीन की छवि शुरुआत से ही एक धोखेबाज़ राष्ट्र की रही है। अपने नफे के लिये किसी भी हद तक गिर जाना चीन का मूल स्वभाव रहा है। लद्दाख में लम्बे अर्से से चल रहे सीमा विवाद पर चीन की रीढ़ में अब नरमी नज़र आने लगी है। सीमा विवाद पर भारत की सख्ती से चीन के तेवर अब ढलने लगे हैं। गलवान घाटी में तनाव के बीच चीन ने झुकते हुए विवाद वाली जगह से अपने सैनिको को निर्देश देकर तक़रीबन डेढ़ किमी पीछे अपने क़दम खींच लिये हैं।

आपको बता दें कि तनाव को कम करने के लिए कई बार दोनो देशों की कमांडर स्तर की चर्चा हो चुकी है। विशेषज्ञ इसे तनाव घटने के संकेत के तौर पर देख रहे हैं। गौरतलब है कि 15 जून की रात को भारत चीन सैनिको के बीच खूनी झड़प हुई। जिसमे हिन्दुस्तान के 20 जवान शहीद हो गए थे। वही झड़प में चीन के 40 जवानो ने भी अपनी जान गवाई थी। सूत्रों के मुताबिक, चीनी पीएलए ने अपने लगाए गये कैंप को भी पीछे हटा लिये हैं। फिलहाल इस पर सेना की तरफ से कोई भी ऑफ़िशियल स्टेटमेंट नही आया है।

ऐसी भी खबरें हैं कि दोनो देशों ने एलएसी पर फोर्स रिलोकेशन पर हामी भरी थी। ऐसे में अब गलवान घाटी को बफर ज़ोन में तब्दील कर दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी कोई भी घटना दोहराई ना जाए। सूत्रों के मुताबिक अभी फिज़िकल वेरिफिकेशन को सुनिश्चित करना बाकी है। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि चीनी सैनिक पीछे तो हटे हैं लेकिन कितना पीछे हटे हैं अभी ये वेरिफिकेशन के बाद ही तय हो पाएगा। हालांकि 30 जून को ही कोरकमाडंर लेवल की मीटिंग में फिज़िकल वेरिफेकेशन की प्रक्रिया भी तय कर ली गई थी।

फिज़िकल वेरिफिकेशन में 3 दिन का समय लगना तय माना जा रहा। उदाहरण के तौर पर जैसे ही चीन एक टेंट हटाएगा तो 3 दिन के भीतर ही यूएवी से वहां की तस्वीर ली जाएगी। उसके बाद पेट्रोलिंग टीम जाकर बाक़ायदा फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेगी। वेरिफिकेशन होने के बाद ही दूसरा कदम उठाया जाएगा।

चीनी सैनिकों की ये डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया, गलवान एरिया के पट्रोलिंग पॉइंट_ 14 के पास से शुरु हुआ है। सूत्रों के मुताबिक गोगरा, गलवान, और हॉट स्प्रिंग इलाक़े से भी चीनी सेना के हेवी वीकल्स का रिवर्स मूवमेंट देखा गया है। दरअसल ये वही इलाक़ा है जहां पर 15 जून की रात को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जहां पर चीनी पीएलए, भारत की परसेप्शन लाइन से आगे बढ़ गए थे।

चीन के कुटिल स्वभाव को परखते हुए एलएसी पर अभी भी भारतीय सेना अलर्ट मोड पर है। वो किसी भी अनहोनी की गुंजाइश नही छोड़ना चाहती। हालांकि चीनी सैनिको के कदम खीचने की वजह अभी तक साफ नही हो पाई है। आपको बता दें कि पिछले कुछ वक़्त से संघर्ष वाले इलाक़े में मौसम भी चुनौती भरा बना हुआ है। वहीं गलवान नदी भी अपने उफान पर है। इसलिए अभी ये निश्चिततौर पर नही कहा जा सकेगा कि चीनी सैनिक आपसी सहमति से पीछे हटे हैं या फिर मौसम उनके लिये चुनौती की वजह बना।

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