गैंगस्टर विकास दुबे पर चला प्रशासन का चाबुक, JCB से घर गिराया, गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित

गैंगस्टर विकास दुबे पर चला प्रशासन का चाबुक, JCB से घर गिराया, गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित


कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस जाग उठी और विकास दुबे के ठिकानों को पता लगाने से लेकर ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे के किलेनुमा घर को आज ध्वस्त कर दिया गया है।

जिला प्रशासन ने उसी जेसीबी से विकास के घर को गिराया, जिससे उसने पुलिस का रास्ता राेका था। इसके साथ ही विकास के घर में खड़े ट्रैक्टर और दो एसयूवी कारों को भी तोड़ दिया।

शनिवार सुबह से पुलिस और प्रशासन की टीमें बिकरु गांव पहुंच गई थीं। इधर, विकास की तलाश में पुलिस की 100 टीमें अलग-अलग इलाकों में दबिश दे रही हैं। इन सभी इलाकों में विकास के रिश्तेदार रहते हैं। वहीं, मुखबिरी के शक में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। एसटीएफ उनसे पूछताछ कर रही है।

घर में रहते हैं बीमार पिता
अंदर घुसते ही एक कमरे में विकास के बीमार पिता बेड पर लेटे हुए थे। काफी कोशिशों के बावजूद वह बात नहीं कर पाए। बताया जाता है कि उन्हें बोलने में कुछ दिक्कत है। घर के आंगन में मौजूद नौकरानी रेखा के साथ उसके 2 बच्चे मौजूद थे। रेखा का दावा है कि रात में विकास घर पर नहीं थे। न ही कोई बाहर से आया था।

बिकरू गांव के बीचोबीच बने विकास के घर को एक तरह का किला ही कहा जा सकता है। घर के चारों तरफ आंगन के अलावा 12 फुट ऊंची दीवारों पर कंटीली बाड़बंदी भी कराई गई थी। घर में आने-जाने के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। घर के ऊपर बनी छत पर जाने के दो रास्ते हैं।

विकास की दहशत के कारण कुछ नहीं बता रहे ग्रामीण
पुलिस ने गांव के जिन लोगों को हिरासत में लिया था, वे घंटों बैठाने के बावजूद कुछ भी बताने को तैयार नहीं थे। बाद में पुलिस ने सभी को थाने भेज दिया था। देर शाम कानपुर और कानपुर देहात में विकास के कई रिश्तेदारों के घर पुलिस ने छापेमारी कर पूछताछ की थी।

कानपुर से सटे चौबेपुर के बिकरु गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच हुए एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में गिरोह के दो हमलावर भी मारे गए हैं जबकि विकास दुबे फरार हो गया। विकास के खिलाफ कानपुर के थाने में 60 एफआईआर दर्ज है।

जानकारी देने वाले 50 हजार का इनाम
आईजी ने विकास दुबे के बारे में सही जानकारी देने वाले को पचास हजार रुपये का इनाम भी देने की घोषणा की है और जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखने की बात कही है. पुलिस के अनुसार मुठभेड में घायल सात पुलिसकर्मियों का कानपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. जहां सभी की हालत स्थिर बतायी जा रही है. लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार शाम को विकास दुबे के कृष्णानगर स्थित मकान पर भी छापा मारा था लेकिन वहां दुबे नही मिला.

घटनास्थल पर बाहरी लोगों के जाने पर रोक
विकास के घर के पास किसी को भी फटकने नहीं दिया जा रहा है। घटनास्थल पर बाहरी लोगों के जाने पर पुलिस ने रोक लगा दी है। घर गिराने से पहले पुलिस ने विकास दुबे के पिता रामकुमार को और उनकी नौकरानी रेखा को बच्चों समेत घर से बाहर निकाल लिया था।

चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी समेत कई पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध
दबिश देने गए पुलिसकर्मियों के पहुंचते ही विकास के गुर्गों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें सीओ, तीन एसआई, चार कांस्टेबल शहीद हो गए थे।

बताया जाता है कि दबिश देते वक्त चौबेपुर थाना प्रभारी रास्ते में खड़ी जेसीबी के पास ही रुक गए और बाकी के पुलिसकर्मी आगे बढ़ गए। जबकि उनको गांव की भौगोलिक स्थिति की जानकारी अच्छी तरह से थी, उन्हे आगे होना चाहिए था। बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू की तो वे मौके से नदारद हो गए। घटना की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है। एसटीएफ कई पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर रही है।

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