कैप्टन की पत्नी बनी हैवान, सास-ससुर को मार-पीट के लहूलुहान कर कमरे में किया कैद

कैप्टन की पत्नी बनी हैवान, सास-ससुर को मार-पीट के लहूलुहान कर कमरे में किया कैद


भारतीय सेना में तैनात कैप्टन कि कलयुगी पत्नी ने इतना घिनौना कार्य किया कि आपको यह खबर पढ़कर आंखों में आंसू आ जाएगा. हम जिस खबर को आप को पढ़ने के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं वह हरियाणा की है. जी हां वही हरियाणा जहां दिन प्रतिदिन मानवीय मूल्यों का एकदम से हास होता जा रहा है.

भारतीय सेना में कार्यरत कैप्टन जे एस राठी की पत्नी ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए उनके 77 वर्षीय बुजुर्ग माता को चमड़े के बेल्ट और लाठी से बुरी तरह से मारा पीटा बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े, कैप्टन की पत्नी यूं ही नहीं रुकी उसने बेहोश सास ससुर को कमरे में कैद कर हमेशा के लिए मौत के आगोश में सुलाने का प्लान तक बना डाला।

दोस्त के सहयोग से हुआ घटना का अनावरण

टाइम्स ऑफ पंजाब समाचार पत्र के एडिटर इन चीफ शरनजीत बैंस ने 25 जून को अपने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि उनकी दोस्त कैप्टन जे एस राठी की पत्नी ने मानवता की सारी हदें पार करते हुए उनके बुजुर्ग माता-पिता पर इतना जुल्मों सितम किया कि वह इस घटना से बेहद शर्मसार हो गए.

आगे शरनजीत ने लिखा कि 80 वर्ष के उसके दोस्त के पिता जो रिटायर्ड पुलिस अफसर है और इस समय चलने फिरने में असमर्थ हैं उनको कमरे में बंद कर दिया गया। इतना ही नहीं जब मारपीट से पेट नहीं भरा तो बहू ने अपने सास-ससुर पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए एफआईआर भी दर्ज करवा दी और हरियाणा पुलिस ने बिना कोई जांच किए उनके बुजुर्ग माता-पिता पर केस भी दर्ज कर लिया।

पोस्ट देखे:

https://facebook.com/story.php?story_fbid=3519192594780815&id=100000703275884&sfnsn=wiwspwa&extid

कैप्टन राठी ने खुद बयां किया सोशल मीडिया पर अपना दर्द
खुद का कैप्टन जे. एस. राठी ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने बताया कि वह बहादुरगढ़ हरियाणा के निवासी हैं।उनकी 10 साल की बेटी और 5 साल का बेटा है, उनके घर में उनकी 70 साल की मां है और 80 साल के पिता है जो विकलांग है, उनके पिता भारतीय सेना और हरियाणा शिक्षा से रिटायर हो चुके हैं।

2008 में उनकी शादी हुई थी वह 2018 से ही उनकी पत्नी ने उनके मां-बाप को परेशान करना उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया था।
2018 मे उनकी पत्नी ने उनके पिता के ऊपर जानलेवा हमला किया उनके सर पर चोट लगने से जब सर से खून बहने लगा तो ऐसा लगने लगा कि अब वह मर जाएंगे तो उनकी पत्नी ने उनकी मां और पिता को कमरे में बंद कर दिया और वहां से भाग गई ।

मायके जाकर उसने बहादुरगढ़ पुलिस स्टेशन में धारा 498 के तहत दहेज के लिए प्रताड़ित करने का केस दर्ज करा दिया। दहेज प्रथा के केस से उसका पेट नहीं भरा तो उसने पुलिस स्टेशन में दूसरा झूठा आरोप ‘क्राइम अगेंस्ट वूमेन’ और घरेलू हिंसा का केस दर्ज करा दिया।

आगे राठी ने कहा कि 2018 में मेरी बड़ी बहन जो विधवा हो गई थी उसकी जिम्मेदारी भी मुझ पर आ गई उसके बाद से मेरी पत्नी का वापस से इस बहाने पर झगड़ा शुरू हो गया कि मैं क्यों अपनी बहन की जिम्मेदारी उठा रहा हूं और इस बात को लेकर वह मेरे मां-बाप से वापस से मारपीट और झगड़ा करने लगीं। मेरे साथ मेरे माता-पिता के साथ बहुत ही अभद्र तरीके से बात करती थी, झगड़ा करती थी और उकसाती थी और जब हम गुस्से में कुछ बोलने लगते थे तो वह वीडियो बनाने लगती थी।

2019 में मेरे माता-पिता ने एसीपी झांझर से शिकायत दर्ज की और सीनियर सिटीजन सेल से उसको बुलाया भी गया पर वह नहीं गई, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उसके बाद वहां से सीनियर सिटीजन सेल के अधिकारी को भेजा गया जिसने उसको समझाया कि यह सब ना करें और उसने हमसे माफी तो मांग ली लेकिन जून 2020 में फिर से किसी ना किसी बहाने रोज ही लगातार मेरे मां-बाप से लड़ाई कर रही थी, मेरे साथ भी वह इसी तरह का व्यवहार करती हैं और हम सब उस से परेशान हैं ।

21 जून को उसने बहुत बुरी तरह मेरी मां से झगड़ा किया और किसी लोहे के राॅड से मेरी मां के सर पर दे मारा, और फिर पुलिस स्टेशन जाकर हमारे ही खिलाफ केस दर्ज करा दिया है।

https://www.facebook.com/story.php?story_fbid=3534115016621906&id=100000703275884&sfnsn=wiwspwa&extid=d7mNXXExi6BlmQCT&d=w&vh=i

पत्नी ने खुद बुलाई पंचायत और कर दिया फैसला
पूरे मामले में सुनवाई ना होते हुए देख कैप्टन की पत्नी खुद सरपंच बन गई। उसने अपने रिश्तेदारों, परिवार वालों के साथ मिलकर राठी के परिवार के साथ एक पंचायत में मामला रफा-दफा करते हुए कहा था कि अब वह ऐसा नहीं करेंगी और जितने भी केस किए थे सारे में माफी मांगते हुए वापस ले लेगी।

कर्नल राठी ने लगाई पुलिस से गुहार, मदद करें या मौत दे

कर्नल राठी ने पुलिस से गुहार लगाते हुए कहा है कि उसकी पत्नी की इस प्रकार की बर्बरता को संज्ञान में लेते हुए उस पर कार्यवाही करें अथवा हमारे परिवार को इच्छा मृत्यु की अनुमति दें। अगर पुलिस प्रशासन हमारी मदद नहीं करती है तो हम परिवार सहित आत्महत्या कर लेंगे इसकी पूरी जिम्मेदारी हरियाणा प्रशासन की होगी। पत्नी की इस प्रकार की बर्बरता से हमारा पूरा परिवार सदमे में है और वह जीना नहीं चाहता है।

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