विश्वविद्यालय की परीक्षाएं रद्द होने की संभावना, जानिए क्यों

नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC- University Grants Comission) ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाओं और सेमेस्टर परीक्षाओं को रद्द करने के निर्देश जारी कर सकता है। सूत्रों के अनुसार अगले सत्र से अक्टूबर तक के शैक्षणिक कैलेंडर में और देरी होने की संभावना है। यह निर्णय COVID-19 मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर लिया जाना है।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने पहले UGC को इंटरमीडिएट और टर्मिनल सेमेस्टर परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर के लिए पहले जारी दिशा-निर्देशों को “फिर से जारी” करने के लिए कहा है।

रमेश पोखरियाल ने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया कि “मैंने @ugc_india को मध्यवर्ती और टर्मिनल सेमेस्टर परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर के लिए पहले जारी किए गए दिशानिर्देशों को फिर से जारी करने की सलाह दी है। संशोधित दिशानिर्देशों की नींव छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए होगी।”

अंतिम सेमेस्टर परीक्षाओं को रद्द करने की अटकलों के बीच मंत्री की ये घोषणा सामने आई है। जबकि आपको बता दें कि इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

अप्रैल के दिशानिर्देशों के बाद से, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा और हरियाणा जैसे कई राज्यों ने सभी उच्च शिक्षा परीक्षाओं को रद्द कर दिया था।

गौरतलब हो कि, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (DUTA- Delhi University Teachers’ Association) और छात्र हफ्तों से ऑनलाइन, ओपन-बुक परीक्षा आयोजित करने के दिल्ली विश्वविद्यालय के निर्णय का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में UGC को दिए मंत्री के सुझाव को, छात्रों और शिक्षकों के लिए “जीत” माना जा रहा है।

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