देश में फैला टिड्डियों का आतंक | ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा २०२० में संकटो का दौर | कोरोना महामारी, आंधी – तूफ़ान के बाद अब टिड्डियों का संकट |

२०२० का मई महीना चल रहा है और इस साल के शुरुवात से ही विश्व में हड़कंप मचा हुआ है। इसी बीच कोरोना और तूफान अम्फान के बाद अब एक और बड़ा संकट देश के सामने है। टिड्डियों का झुण्ड हवा में उड़ते हुए पाकिस्तान से राजस्थान पहुंच गया है। इन टिड्डियों का सफर अब भी जारी है और ये देश के दूसरे हिस्सों की ओर बढ़ रही हैं। जल्द ही टिड्डयों का झुण्ड यूपी, पंजाब, हरियाणा और मध्यप्रदेश के इलाको में दस्तक दे सकता है । आमतौर पर जून-जुलाई में आने वालीं ये टिड्डियां मई के महीने में प्रकोप बनकर आ पहुंची हैं।

तेज रफ़्तार से सफर कर रही हैं टिड्डियाँ
आंधियों के दौर वाले इस महीने में टिड्डियां जिस ओर भी हवा चली, बस वहीं एक-एक दिन में 150-200 किलोमीटर तक तेजी से आगे बढ़ती चली गईं। पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार फसलों और सब्जियों को इनसे गंभीर खतरा है। मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट भी जारी किया है। इनकी वजह से सिर्फ राजस्थान में बीते वर्ष 1000 करोड़ का नुकसान हुआ था। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार इनका झुंड और बड़ा होने की आशंका है। ऐसे में पहले से ही संकट झेल रहे किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता है।

मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश हो सकता है अगला निशाना
टिड्डी दल राजस्थान में जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर से होकर अब दौसा, सवाईमाधोपुर, करौली और धौलपुर तक पहुंच गए हैं। दो दिन पूर्व टिड्डियों का अत्यधिक बड़ा झुंड शिवाड़ क्षेत्र में दो दलों में बंट गया। एक दल इंद्रगढ़ लाखेरी की ओर से, तो दूसरा दल बनास नदी की ओर से मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ता गया।

WHO ने दी चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि ये कीट एक बार इलाके में घुस गए तो इनका प्रकोप कम से कम तीन साल तक रहेगा। इनके अंडों से करोड़ों की तादाद में टिड्डियां बढ़ेंगी। पर्यावारण मंत्रालय ने पंजाब और हरियाणा को भी जारी किया अलर्ट

आगरा में भी अलर्ट
आगरा में किसानों को सतर्क रहने को कहा गया है। हालांकि यह भी कहा गया है कि तुरंत कोई चिंता की बात नहीं है। इससे पहले सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, बागपत, हापुड़, मथुरा, गाजियाबाद, और अलीगढ़ में भी अलर्ट जारी किया गया था।

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