अभिनय की दुनिया का उभरता एक सितारा “अलंकृत विशू”

पूर्वी उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में अपने माता-पिता की दो संतानों में दूसरी संतान के रूप में जन्मे अलंकृत विशू एक अंतर्मुखी किशोर हैं!
जूनियर हाई स्कूल के विद्यार्थी जीवन में पदार्पण के साथ ही आपको टीवी और हिन्दी सिनेमा ने अपनी ओर कुछ इस हद तक आकर्षित किया कि आपने उसी समय से मन में ठान लिया कि बड़ा होकर मैं फिल्मों में बतौर ऐक्टर काम करूंगा शाम! अलंकृत के सपनों को उड़ान भरने में मददगार बनीं आपकी अपनी दीदी यशी विदूषीश्री जो अब तक दो – तीन हिन्दी फिल्मों के प्रोडक्शन डिवीज़न में खासा प्रभावशाली काम कर चुकी हैं जिसमें इमरान हाशमी की भी एक फिल्म है ! समय अपनी चाल चलता रहाऔर अलंकृत ने बस्ती के Central Academy School से High school की परीक्षा द्वितीय श्रेणी में पास कर ली! अब तक इनके सपनों की सच्चाई को माँ पिता का भीआशीर्वाद मिल चुका था, फिर क्या था, आपने अपनी जन्मभूमि का आशीष लेकर लखनऊ की राह चुनी और वहाँ के एक हाई प्रोफ़ाइल इंगलिश मीडियम का़ॅलेज
में इण्टरमीडिएट के छात्र के रूप में दाखिला ले लिया और शिक्षा ग्रहण करने के साथ साथ अभिनय का यह सफर जारी रखा है ! अलंकृत माडलिंग भी करते हैं, टेलीविजन और हिन्दी सिनेमा ने अलंकृत को फिल्म और थियेटर को अपना कैरियर बनाने का रास्ता दिखाया ! अपनी पढ़ाई के साथ ही अभिनय, डांस और माडलिंग में बहुत व्यस्त अलंकृत ने लाॅकडाउन पीरियड में भी दीदी यशी विदूषीश्री के निर्देशन में एक लघु फिल्म सेल्फ क्यूरेंटाइन में भी शानदार अभिनय कर के अपने प्रशंसकों की खूब वाहवाही हासिल की। on line दिए गए साक्षात्कार के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें माडल आफ द इयर 2019 इन लखनऊ का खिताब मिल भी चुका है
और अब वे ग्रीन विजन प्रोडक्शन के बैनर तले बनने वाली वेब सीरीजफिल्म नथिंग इज इम्पासिबुल में बतौर अभिनेता काम कर रहें हैं।

पूछने पर उन्होंने बताया कि यह फिल्म पर्यावरण संरक्षण का बड़ा संदेश देती बहुत सशक्त फिल्म है| फिल्म
की पूरी शूटिंग प्रयागराज
व लखनऊ में होगी ।
इस फिल्म के गानों को
तमिल,मलयालम, दक्षिण भारतीय और हिन्दी फिल्मों के मशहूर संगीतकार नीरज सिंह ने सुंदर धुनों से सजाया है जबकि निर्देशन कर रही हैं यशी विदूषी श्री।

यह पूछने पर कि अलंकृत विशू अपनी सफलता का श्रेय किसे देते हैं तो उन्होंने अपनी सफलता के विषय में कहा अभी तो ये मेरे ऐक्टिंग कैरियर की शुरूआत है अभी सक्सेज और फेल्योर की बात मैं नहीं जानता हूँ, मुझे काम करना है और मैं उसे आॅनेस्टली कर रहा हूँ और जहाँ तक श्रेय की, credit की बात है तो सबसे पहले ईश्वर का थैंकफुल हूँ कि मुझे बहुत अच्छे पैरेन्टस का बेटा बनाया एक extra ordnory.. most talented ऐसी बड़ी बहन दी जो मेरे लिए मेरी उड़ान का पंख है और आगे उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में आने और कैरियर बनाने के लिए मैं अपने पिता श्री संजय पुरुषार्थी को सबसे बड़ा पुल मानता हूँ ! अलंकृत विशू कहते हैं कि उनके पिता ही उनके गुरु एवं उनके आदर्श हैं| जबकि अपनी दीदी यशी विदूषीश्री को
वे अपना मेन्टोर मानते हैं।

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