आखिर क्या था खूंखार आतंकी नायकू के खात्मे का ‘सीक्रेट प्लान’? पढें इनसाइड स्टोरी

घाटी में आतंक का नया चेहरा बने रियाज नायकू को भारतीय सेना ने जहन्नुम का रास्ता दिखा दिया है। पर सवाल ये उठता है कि आखिरकार सेना की वो सधी हुई योजना क्या थी जिसके चलते जवानों को इतनी बड़ी कामयाबी हासिल हुई? तो चलिये डियर फैक्ट्स आपको बताएगा सेना का वो ‘सीक्रेट प्लान’। दरअसल  सुरक्षाबलों को इस बात की पुख्ता खूफिया जानकारी मिली कि घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन का मुखिया रियाज नायकू घाटी के बेग्पोरा स्थित अपने गांव मे साथियों के साथ छुपा हुआ है। सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने स्ट्रेटजी के तहत उस गांव की घेराबन्दी कर दी। दरअसल इससे पहले भी रियाज कई बार सुरक्षाबलों को चकमा दे चुका था। ऐसे में सुरक्षाबल अपने इस ओपरेशन में कोई भी चूक नही होने देना चाहते थे।

पुलवामा: परिवार से मिलने गांव आया था ...

इतना ही नही, जवानो ने हर बार की तरह इस बार भी वहां के आम नागरिकों की सुरक्षा का पूरा खयाल रखा। ऐसे में नायकू के खात्मे के लिये रेलवे ट्रैक के साथ साथ सेब के बागों में भी खुदाई की जा रही थी। इसी बीच सुरक्षाबलों ने उस अड्डे का भी पता लगा लिया जहां हिजबुल कमांडर के दुबके होने की आशंका थी। सुरक्षाबल के जवानों ने रात दो बजे उस ठिकाने के आसपास के कई घरों के लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने सरगना के खात्मे का अपना सुपर ऐक्शन शुरू कर दिया। सम्भावित ठिकाने की घेराबन्दी करते ही सुबह नौ बजे से दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने आईईडी लगाकर उस ठिकाने पर धमाका कर दिया। इस धमाके के बाद ठिकाने से दो शव बरामद हुए जिसमे से एक शव आतंकी रियाज नायकू का था। आतंकी नायकू के शव की हालत कुछ ऐसी थी जिसे आम लोगो के लिये पहचान पाना काफी मुश्किल था। लेकिन एक बार फिर भारतीय सेना ने अपने चिर परिचित में मां भारती के सीने में बन रहे एक नासूर का खात्मा कर दिया।

Share Now

Related posts

Leave a Comment